सब ढोंग की भेंट चढ़ गया...
"तमाम उम्र का हिसाब मांगती है जिंदगी...
ये मेरा दिल कहे तो क्या! ये खुद से शर्मसार है।"
बीसियों बार सुन डाला इसे, हर बार वही टीस उठती है। जिंदगी से गुजरते हुए कितनी बार ये सोच सकी कि कभी हिसाब भी देना होगा! सपने देखने की उम्र से ही तमाम तरह की जिद पाल ली ब्रह्माण्ड से, और साम दाम दण्ड भेद... हर उपाय लगा लिए उसे पूरा करने को। उस दौड़ में कितने ही सच नकार दिए, कितने ही झूठ ओढ़ लिए। कभी कुछ बन गई ...कभी कुछ दूसरा और.. कभी तीसरा ही कुछ... हरे कृष्ण, मैने कितने रूप धर लिए, कितने उपक्रम किए, मिट्टी माथे पर धर ली, आसमान जमीन पर फेंक दिया, चांद तारों को पालतू बनाने तक का इरादा कर डाला। कल्पना को जी लेने की धुन ऐसी लगी की सारी जिंदगी खपा दी, जिसने भी जगाने की कोशिश की उसे दूर धकेल दिया, सच का मुंह नोच लिया, आईने सब तोड़ दिए, सूरज पर पर्दा डाल दिया। भीतर जो मैं थी, उसे किसी तरह सर न उठाने दिया, वो मेरी कल्पना की दुनिया के आड़े आती थी, वो मेरा गुड्डा गुडिया का घरौंदा सजा न रहने देती। वो स्वाभिमान की बात करती थी, सच और झूठ का फर्क बताती थी, में राधाकृष्ण की ओर लपकती, वो ब्रह्म को सामने लाती थी। भक्ति, समर्पण, त्याग, प्रेम सब सजा कर मैं मंदिर रचाती, वो उस पर परमार्थ उड़ेल देती थी । मुझे ढोंग प्यारा था सो उसे नास्तिक करार दे दिया।
तब कहां सुध आई कि जहां बार बार चोट कर रही हूं वो सतह क्रमशः मृत होती जा रही है। अब गुड्डे का चेहरा बिगड़ गया है, मुंह कुछ टेढ़ा लगता है, गुडिया धूल लपेटे बर्तनों में पड़ी रहती है, मंदिर पर दिए की कालिख जम गई है, भक्ति,समर्पण, त्याग, प्रेम सब ढोंग की भेंट चढ़ गए। भीतर से भी कोई आवाज नहीं आती.. खाली... खोखला सा लगता है। कहीं दूर ये गीत सुनाई पड़ा था, किसी पुराने रेडियो पर.. तब से एलेक्सा से बार बार यही दोहराने को कहती हूं..
"ये क्या जगह है दोस्तों...
तमाम उम्र का हिसाब मांगती है जिंदगी/मेरा दिल कहे तो क्या, ये खुद से शर्मसार है.."
ये भीतर क्या मर गया!! या क्या नहीं मर पा रहा है! क्यों बीसियों बार ये गीत सुन चुकी? और हर बार दो मोटी बूंदें फिसल जाती हैं आंखो से!!
Tum kaise itna saccha likh leti ho? Agli lekhni ka tahe dil se intezaar rahega.
ReplyDeleteDher sara pyaar tumhe!
तुम्हारी लेखनी में जान है ।
ReplyDeleteWritten by Original person.. Awesome.. 🙏
ReplyDeleteby:- Vivek Anand
DeleteMa'am aap likhi hai awesome hai
ReplyDeleteवाह! बेहतरीन।
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